
Kyaiktiyo Pagoda Facts
Kyaiktiyo Pagoda: Kyaiktiyo Pagoda एक ऐसी इमारत है जो रहस्यों से भरी है। पर्दे के पीछे छिपी हर बात का पता वैज्ञानिक अभी तक नहीं लगा पाए हैं। ऐसे बहुत से मंदिर हैं जिनके बारे में आप नहीं जानते होंगे और जब आप उनके बारे में जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे। वैज्ञानिक पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण के बारे में सब कुछ नहीं जानते हैं। इसके बारे में कुछ ऐसे राज हैं जो अभी भी अनजान हैं।
प्राचीन पत्थर महाबलीपुरम में स्थित है, Kyaiktiyo Pagoda जो एक ढलान पर है। आपको इसके प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है क्योंकि यह बहुत पुरानी वस्तु है। लंदन का टॉवर लंबे समय से आसपास रहा है। कोई नहीं जानता कि यह कितना पुराना है, लेकिन यह लंबे समय से आसपास रहा है। यह पत्थर बहुत स्थिर होता है और तेज तूफान में भी हिलता या गिरता नहीं है।
Kyaiktiyo Pagoda म्यांमार में भी ऐसा ही एक पत्थर है जो करीब 25 फीट ऊंचा है। इस सोने के पत्थर की खास बात यह है कि यह सदियों से चले आ रहे एक और पत्थर की ढाल पर टिका हुआ है। तूफान भी इसे अपनी जगह से नहीं हिला सका। यह बड़ा, भारी पत्थर ऊंचाई पर है – लगभग 1100 मीटर। कोई नहीं जानता कि यह वहां कैसे पहुंचा। यह एक ऐसी जगह है जहां म्यांमार से बौद्ध प्रार्थना करने आते हैं। यह पत्थर सोने जैसा दिखता है जिसे ‘गोल्डन रॉक’ या ‘क्यक्तियो पैगोडा’ कहा जाता है।
इस पत्थर को सोने की पत्तियों से ढका गया है, जिससे यह सोने जैसा दिखने लगा है। चट्टान को “गोल्डन रॉक” कहा जाता है क्योंकि यह बहुत चमकदार है और हर जगह के लोग इसे देखने का आनंद लेते हैं। लोग जानना चाहते हैं कि यह एक चट्टान के किनारे पर कैसे खड़ा है। कहा जाता है कि साल में तीन बार इस पत्थर के दर्शन करने से आप खुद को गरीबी और इसके सभी दुखों से मुक्त कर पाएंगे।

मान्यता है कि इस स्थान पर मन्नत मांगने से उसका फल अवश्य मिलता है। कुछ लोगों का मानना है कि यह पत्थर स्थिर है क्योंकि यह बुद्ध के बालों पर टिका हुआ है। लोगों का मानना है कि 581 ईसा पूर्व में एक शिवालय बनाया गया था, लेकिन हम निश्चित रूप से नहीं जानते। शिवालय अभी भी यहाँ है, और यह माना जाता है कि यह यहाँ बहुत पहले से है। कुछ लोगों का मानना है कि इस पत्थर को 11वीं शताब्दी में एक बौद्ध भिक्षु ने यहां रखा था।
इसे लगाने में भगवान बुद्ध के बालों ने उनकी मदद की थी। इस पत्थर को केवल महिलाएं ही चला सकती हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इनमें वस्तुओं को हिलाने की विशेष शक्ति होती है। यह सोने का पत्थर इतना खास है कि महिलाओं को इसे छूने की इजाजत नहीं है। वे इसे केवल दूर से ही देख सकते हैं। महिलाओं को इस पत्थर के पास नहीं जाना चाहिए क्योंकि ऐसा करना उनके लिए खतरनाक है और साइट में प्रवेश करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति पर नजर रखने के लिए सुरक्षाकर्मी हमेशा ड्यूटी पर रहते हैं।

Kyaiktiyo Pagoda इस विशाल दुनिया में आज भी कई ऐसी अनोखी चीजें हैं जिन पर यकीन करना बेहद मुश्किल है और उनके रहस्य को कोई नहीं जान पाया है। आज हम आपको एक ऐसे रहस्यमयी पत्थर के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक ढलान पर टिका हुआ है और गुरुत्वाकर्षण के नियमों को तोड़ रहा है। Kyaiktiyo Pagoda हम जिस पत्थर की बात कर रहे हैं वह म्यांमार में स्थित है, जो करीब 25 फीट ऊंचा है।
तूफान भी इसे अपनी जगह से नहीं हिला सका। यह एक ऐसा स्थान है जहां म्यांमार से बौद्ध अपने धर्म के लिए भेंट चढ़ाने आते हैं। Kyaiktiyo Pagoda यह पत्थर सोने जैसा दिखता है जिसे ‘गोल्डन रॉक’ या ‘क्यक्तियो पैगोडा’ कहा जाता है। 1100 मीटर की ऊंचाई पर एक विशाल चट्टान है। कोई नहीं जानता कि यह वहां क्यों है, या यह वहां कैसे पहुंचा।
Kyaiktiyo Pagoda इस पत्थर को सोने की पत्तियों से सजाया गया है जिससे यह सोने जैसा दिखाई देता है। चट्टान को “गोल्डन रॉक” कहा जाता है क्योंकि यह बहुत सुंदर है। इसे देखने के लिए आसपास से काफी संख्या में लोग आते हैं। लोग जानना चाहते हैं कि यह कैसे संभव है कि कोई वस्तु किसी चट्टान के किनारे टिकी रहे। यदि आप साल में तीन बार इस पत्थर के दर्शन करेंगे तो आप दरिद्रता और उसके सभी दुखों से मुक्त हो जाएंगे।

लोगों का मानना है कि इस स्थान पर मन्नत मांगने से वह अवश्य पूरी होती है। Kyaiktiyo Pagoda कुछ लोग सोचते हैं कि यह पत्थर बुद्ध के बालों से जुड़ा हुआ है, इसलिए यह कभी हिलता नहीं है। यह पत्थर बहुत पहले का है और यह कोई नहीं जानता कि इसे यहां कब रखा गया था। ऐसा माना जाता है कि क्यक्तियो पैगोडा का निर्माण 581 ईसा पूर्व में हुआ था। कुछ लोगों का मानना है कि 11वीं सदी में एक बौद्ध भिक्षु ने भगवान बुद्ध के बालों की मदद से इस ढलान पर एक पत्थर रखने में मदद की थी।
कुछ लोगों का मानना है कि केवल महिलाएं ही इस पत्थर को हिला सकती हैं, क्योंकि यह पवित्र है। महिलाओं को इसे छूने की अनुमति नहीं है, लेकिन वे इसे केवल दूर से ही देख सकती हैं। एक सुरक्षा द्वार है जिसमें लोग केवल परमिट होने पर ही प्रवेश कर सकते हैं, और सुरक्षाकर्मी हमेशा यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी रखते हैं कि कोई बिना अनुमति के पत्थर के पास न जाए।